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पेट्रोल और डीजल की कीमतों में GST के बाद आई भारी गिरावट: जानें ताजातरीन अपडेट

पेट्रोल और डीजल

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हमेशा से ही आम आदमी के बजट पर भारी पड़ती रही हैं। हालांकि, हाल ही में हुए GST 2.0 सुधारों ने इन ईंधनों की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट लाकर उपभोक्ताओं को राहत दी है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि GST 2.0 के तहत पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आई गिरावट का क्या असर पड़ा है।

GST 2.0: एक संक्षिप्त परिचय

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GST 2.0 भारत सरकार का एक नया प्रयास है, जिसका उद्देश्य टैक्स प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाना है। इसमें टैक्स स्लैब्स को कम करके दो मुख्य स्लैब्स—5% और 18%—में समाहित किया गया है। इससे उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों का लाभ मिल रहा है।

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आई गिरावट

हालांकि, पेट्रोल और डीजल को GST के तहत लाने का अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है, फिर भी GST 2.0 के अन्य सुधारों ने इन ईंधनों की कीमतों पर अप्रत्यक्ष प्रभाव डाला है। नई टैक्स संरचना के कारण, परिवहन लागत में कमी आई है, जिससे ईंधन की कीमतों में गिरावट आई है।

उपभोक्ताओं पर असर

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आई इस गिरावट का सीधा असर उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ा है। यात्रा, परिवहन और अन्य दैनिक खर्चों में कमी आई है, जिससे आम आदमी को राहत मिली है।

राज्यवार कीमतों का तुलनात्मक विश्लेषण

शहरपेट्रोल (₹/लीटर)डीजल (₹/लीटर)
दिल्ली94.7787.67
मुंबई103.5090.03
कोलकाता105.4192.02
बेंगलुरु102.9289.02
चंडीगढ़94.3082.45

उपरोक्त तालिका से स्पष्ट है कि विभिन्न शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अंतर है, जो राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए टैक्स और अन्य कारकों पर निर्भर करता है।

GST 2.0 के अन्य प्रभाव

  • वाहन उद्योग पर असर: GST 2.0 के तहत छोटे वाहनों पर टैक्स दरों में कमी आई है, जिससे इनकी कीमतों में गिरावट आई है। उदाहरण के लिए, टाटा मोटर्स ने अपनी कारों की कीमतों में ₹1.55 लाख तक की कमी की घोषणा की है।
  • उपभोक्ता खर्च में वृद्धि: GST 2.0 के कारण उपभोक्ताओं की खरीदारी क्षमता में वृद्धि हुई है, जिससे उपभोक्ता खर्च में वृद्धि हुई है। SBI रिसर्च के अनुसार, इस सुधार से ₹70,000 करोड़ की सीधी खपत में वृद्धि हुई है।

FAQs

1. क्या पेट्रोल और डीजल को GST के तहत लाया गया है?

नहीं, वर्तमान में पेट्रोल और डीजल को GST के तहत नहीं लाया गया है। हालांकि, GST 2.0 के अन्य सुधारों ने इनकी कीमतों पर अप्रत्यक्ष प्रभाव डाला है।

2. GST 2.0 से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कितनी गिरावट आई है?

GST 2.0 के कारण परिवहन लागत में कमी आई है, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट आई है। हालांकि, यह गिरावट राज्यवार भिन्न हो सकती है।

3. GST 2.0 के तहत कौन-कौन से उत्पाद सस्ते हुए हैं?

GST 2.0 के तहत 375 से अधिक उत्पादों की कीमतों में कमी आई है, जिनमें वाहन, स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम, और अन्य उपभोक्ता वस्त्र शामिल हैं। (mint)

4. क्या GST 2.0 से उपभोक्ताओं को कोई अन्य लाभ हुआ है?

हां, GST 2.0 के कारण उपभोक्ताओं की खरीदारी क्षमता में वृद्धि हुई है, जिससे उपभोक्ता खर्च में वृद्धि हुई है। इससे अर्थव्यवस्था को भी गति मिली है। (Wikipedia)

निष्कर्ष

GST 2.0 ने भारत की टैक्स प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं, जिससे उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों का लाभ मिल रहा है। हालांकि, पेट्रोल और डीजल को GST के तहत लाने का अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है, फिर भी अन्य सुधारों ने इनकी कीमतों पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। आने वाले समय में, यदि पेट्रोल और डीजल को GST के तहत लाया जाता है, तो इनकी कीमतों में और भी गिरावट की संभावना है, जिससे आम आदमी को और अधिक राहत मिलेगी।

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